हमें भी अपना लो
- तेजस वेदक / कविता
Gender, pride, sexuality, equality यह तो है बस नामहक़ीक़त में जीना ना कोई साधारण काम।
किसी ने ठुकराया है, तो किसी...
आधुनिक एकांकियों के जनक भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव
हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध लेखक एवं कवि स्व. भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव। भुवनेश्वर जी का जन्म उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर केरुगंज में, २० जून, १९१०...
क्यूं…
- अमृता लोंढे / कविता /
क्यों सपनों के पीछे दौड़ते दौड़ते थक जाता है तू...रोशनी की गलियों से होकर आख़िर अंधेरों से ही मिल...
रिश्तें… प्यार के
- सविता टिळक / कविता /
गर लोग ना करें आपको ज़िंदगी मेंं शामिल।ऐसे रिश्तों कें भंवर में फंसके क्या हो हासिल।
मन की चाह पर...
फिर किसी रोज़
- मानसी बोडस / ग़ज़ल /
फिर किसी रोज़ मुलाक़ात ज़रूरी होगी ।कल की वह बात हमें मंज़ूर नहीं होगी ॥
वह दिन भी आएंगे...
आधुनिक हिन्दी साहित्य के शीर्ष निर्माताओं में से एक बालकृष्ण भट्ट
आधुनिक हिन्दी साहित्य के शीर्ष निर्माताओं में से एक नाटककार, पत्रकार, उपन्यासकार और निबन्धकार स्व. बालकृष्ण भट्ट। बालकृष्ण भट्ट जी का जन्म प्रयाग, उत्तर...
प्रगतिशील काव्य-धारा के एक प्रमुख कवि केदारनाथ अग्रवाल
हिंदी साहित्य में प्रगतिशील काव्य-धारा के एक प्रमुख कवि केदारनाथ अग्रवाल। केदारनाथ अग्रवाल ने मार्क्सवादी दर्शन को जीवन का आधार मानकर जनसाधारण के जीवन...
प्रतिष्ठित बाल साहित्यकार हरिकृष्ण देवसरे
हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित बाल साहित्यकार और संपादक हरिकृष्ण देवसरे। अपने लेखन में प्रयोगधर्मिता के लिए मशहूर देवसरे ने आधुनिक संदर्भ में राजाओं और...
हिंदी साहित्य के नाभि पुरुष डॉ नगेंद्र
भारत के प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार स्व. डॉ. नगेंद्र। आधुनिक हिन्दी की आलोचना को समृद्ध करने में डॉ. नगेन्द्र का महत्वपूर्ण योगदान रहा था। वे...
हिंदी भाषा में मुक्तछंद के प्रवर्तक सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
हिंदी भाषा में मुक्तछंद के प्रवर्तक कवि, उपन्यासकार, निबन्धकार और कहानीकार स्व. सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’। वे जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा के...