भारतेन्दु मण्डल के प्रमुख लेखक, कवि और पत्रकार ‘प्रतापनारायण मिश्र’जी.
वे हिन्दी गद्य साहित्य के सुप्रसिद्ध साहित्यकार थे। खड़ी बोली के रूप में प्रचलित जनभाषा का प्रयोग मिश्र जी ने अपने साहित्य में किया। प्रचलित मुहावरों, कहावतों तथा विदेशी शब्दों का प्रयोग इनकी रचनाओं में हुआ है। देश-प्रेम, समाज-सुधार एवं साधारण मनोरंजन आदि उनके निबंधों के मुख्य विषय थे। उन्होंने ‘ब्राह्मण’ नामक मासिक पत्र में हर प्रकार के विषयों पर निबंध लिखे थे।
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